चंडीगढ़ के प्रसिद्ध कला समीक्षक और आर्ट हिस्टोरियन प्रो. बीएन गोस्वामी का शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को उनके निवास पर निधन हो गया। उनके निधन से कला जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। पंजाब ललित कला अकादमी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। वह 90 वर्ष के थे ।
बीएन गोस्वामी की कला यात्रा :
बीएन गोस्वामी का जन्म 15 अगस्त, 1933 को हुआ था।
बीएन गोस्वामी पहाड़ी शैली की चित्रकला में उनके काम के लिए जाना जाता था ।
इन्होंने पहाड़ी चित्रकला, लघु चित्रकला, दरबारी चित्रकार और भारतीय चित्रकला के कलाकारों सहित अन्य विषयों पर 26 से अधिक पुस्तकें लिखीं हैं।
यह पंजाब विश्वविद्यालय में कला इतिहास के प्रोफेसर भी रहे.
वह भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद (आईसीएचआर) की गवर्निंग कमेटी के सदस्य भी रहे और चंडीगढ़ ललित कला अकादमी की अध्यक्षता कर चुके हैं।
भारत सरकार द्वारा पद्म श्री और पद्म भूषण पुरस्कार से भी इनको सम्मानित किया गया था.
कुछ समय पहले ही उन्होंने अपनी नयी पुस्तक ‘द इंडियन कैट : स्टोरीज़, पेंटिंग्स, पोएट्री एंड प्रोवर्ब्स’ का विमोचन किया था।
उन्होंने पांच पुस्तकें- नैनसुख ऑफ गुलेर : ए ग्रेट इंडियन पेंटर फ्रॉम अ स्मॉल हिल-स्टेट, पहाड़ी मास्टर्स : कोर्ट पेंटर्स ऑफ नॉर्दर्न इंडिया, पेंटर्स एट द सिख कोर्ट और एसेंस ऑफ इंडियन आर्ट प्रकाशित कीं।
उनकी उल्लेखनीय कृतियों में पेंटेड विज़न : द गोयनका कलेक्शन ऑफ़ इंडियन पेंटिंग्स, द स्पिरिट ऑफ इंडियन पेंटिंग : क्लोज एनकाउंटर्स विद 101 ग्रेट वर्क्स शामिल हैं।
प्रसिद्ध कलाकार शक्ति बर्मन पर उनकी पुस्तक ‘शक्ति बर्मन : अ प्राइवेट यूनिवर्स’, कलात्मक अभिव्यक्ति और कला के बारे में उनकी समझ का एक और प्रमाण है, जिसके लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।
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