PadmaAwards2023: गुड़िया कला को देश-​​दुनिया में पहचान दिलाने वाले परमार दंपत्ति को मिलेगा पद्मश्री सम्मान

 


आदिवासी गुड़िया कला को देश-​​दुनिया में पहचान दिलाने वाले परमार दंपत्ति को गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्मश्री सम्मान से नवाजे जाने की घोषणा की गई। दोनों पति-पत्नी इस हस्तशिल्प कला से करीब 30 साल पहले जुड़े थे।



कला के क्षेत्र में झाबुआ (मध्य प्रदेश ) के कलाकार दंपती रमेश-शांति परमार को पद्मश्री पुरस्कार के लिए चुना गया है। 

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दोनों कलाकार 30 वर्षों से आदिवासी गुड़िया बना रहे हैं। शांति बताती हैं कि जनजातीय परियोजना के तहत आदिवासी गुड़िया बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता था इसके बाद ससुर और अन्य स्वजन के सहयोग से उन्होंने यह विधा सीखी। 



बाद में यही विधा परिवार की आजीविका का साधन बन गई। अपनी कला को निखारने और उसे लगातार आगे बढ़ाने में ही पति-पत्नी लगे हुए थे। इसी बीच रमेश का कहना हैं कि उन्हें सरकारी विभागों से मोबाइल पर पद्मश्री मिलने की सूचना मिली है जिसके बाद परिवार में काफी खुशी का माहौल है।


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