PadmaAwards2023: जनजातीय कलाकार श्रीमती जोधइया बाई बैगा को मिलेगा पद्मश्री सम्मान

 


गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा हुई तो उसमें एक नाम मध्य प्रदेश के उमरिया (Umaria) की जोधईया बाई बैगा (jodhaiya bai baiga) का भी था। 

चित्रकार जोधईया बाई बैगा वो नाम है जिसने 60 साल की उम्र में मजदूरी छोड़कर हाथों में ब्रश थामा और अपने हुनर को उकेरना शुरू किया। महज 20 सालों में उन्होंने अपने हुनर से ना सिर्फ बैगा चित्रकला (Baiga Painting) को नई पहचान दिलाई, बल्कि अपनी तकदीर भी बदल डाली। अब उन्हें 15 अगस्त को पद्मश्री (Padma Shree award) से सम्मानित किया जाएगा। 



84 वर्षीय श्रीमती जोधइया बाई ने विलुप्त होती बैगा चित्रकला को अपने कौशल के माध्यम से वैश्विक पहचान दिलाई है।



भोपाल में स्थित मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय में जोधइया बाई के नाम से एक स्थाई दीवार बनी है जिस पर उनके बनाए चित्र लगे हैं।

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