माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में भर्ती के लिए अब शिक्षकों को अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पास करनी होगी। इसके लिए टीईटी-3 यानी तीसरे स्तर की परीक्षा कराई जाएगी।
सरकारी व सहायता प्राप्त के साथ ही प्रदेश के सभी हाई स्कूलों और इंटर कॉलेजों (कक्षा नौवीं से बारहवीं) में भी ये व्यवस्था लागू होगी। इसकी रूपरेखा 2021-22 के शैक्षिणिक सत्र में तैयार हो जाएगी। उम्मीद है कि 2023 के बाद वाली भर्तियों में टीईटी अनिवार्य कर दिया जाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत यह लागू किया जाएगा। अभी तक कक्षा एक से आठ तक के लिए दो अलग-अलग स्तरों की टीईटी होती है।
●2021-22 के शैक्षणिक सत्र में तैयार हो जाएगी रूपरेखा
●लिखित परीक्षा, साक्षात्कार और पढ़ाने का प्रदर्शन आधार बनेगा"
नई व्यवस्था के लिए एलटी ग्रेड की शिक्षक सेवा नियमावली में संशोधन होगा। अभी तक सरकारी स्कूलों में लोक सेवा आयोग व सहायता प्राप्त स्कूलों में माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग लिखित परीक्षा से भर्ती करता है। लेकिन संशोधन के बाद शिक्षकों को पहले टीईटी भी पास करना होगा।
इसके अलावा शिक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा, शैक्षिक गुणांक के अलावा साक्षात्कार व पढ़ाने के प्रदर्शन को भी जोड़ा जाएगा।
साभार- दैनिक समाचार 1 फरवरी 2022
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