कृष्ण खन्ना: प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप के आखिरी जीवित सदस्य

  • हाईलाइट:
  • प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप के आखिरी जीवित सदस्य
  • कृष्ण खन्ना पर एक अवॉर्ड विनिंग फिल्म भी बनी है।

भारत के आधुनिक चित्रकारों में गिने जाने वाले कलाकार कृष्ण खन्ना 5 जुलाई को 96 बरस के हो गये। 

बम्बई में 6 युवा कलाकारों सूजा, रजा, हुसैन, आरा, बाकरे, गाड़े द्वारा जो ग्रुप 1947 में (प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप PAG) स्थापित किया गया था, कृष्णा खन्ना उस समूह के आखि़री जीवित सजीव सक्रिय सदस्य हैं।

6 सितंबर 1952 को PAG की अंतिम प्रदर्शनी हुई। इस प्रदर्शनी का कैटलॉग कृष्ण खन्ना द्वारा तैयार किया गया था। 

कृष्ण खन्ना का जीवन:


कृष्ण खन्ना का जन्म 5 जुलाई 1925 को लायलपुर , पंजाब में वर्तमान में फैसलाबाद (पाकिस्तान) में हुआ था। 

बंटवारे के बाद वह मुंबई आ गए। और वहा प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप के सदस्य बन गए।

कला यात्रा:

इनकी कला यात्रा 1949 से प्रारंभ हुई, जब उन्होंने प्रोग्रेसिव आर्टिस्ट ग्रुप के साथ अपने चित्रों की प्रदर्शनी की। 

कृष्ण खन्ना पर बनी एक अवॉर्ड विनिंग फिल्म हैं- फार आफ्टरनून: पेंटेड सागा बाय कृष्ण खन्ना

मूलतः फ़रीदाबाद के रहने वाले कृष्ण खन्ना की प्रतीकात्मक कृतियों में रोज़मर्रा की ज़िंदगी में देखे जाने वाले लोग, चहेरे और सामाजिक मुद्दे, ख़ासकर बंटवारे के पहले के वक़्त को देखा जा सकता है।

चित्र:

बैंड वाला

दो अजनबी

पॉलिटिशियन

सम्मान: 

इन्हें 1965 में ललित कला अकादमी का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।

आल इंडिया फाइन आर्ट् एन्ड क्राफ्ट सोसायटी (आइफेक्स ) द्वारा  1997 में "कला रत्न" सम्मान से नवाजा गया।

1990 में "पद्मश्री" और 2011 में " पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।

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