किसी भी रचना को एक विचार के रूप में कैनवास पर उतारने में काफी समय लगता है। मैं रोजाना कोई न कोई पेंटिंग बनाती हूं। मेरी पेंटिंग में मानवीय देह आधार रहता है, जो आपको मेरी हर पेटिग में देखने को मिलेगा।”
- अंजली इला मेनन
भारत की प्रसिद्ध समकालीन चित्रकार अंजली इला मेनन 17 जुलाई को 81 वर्ष की हो गई।
परिचय:-
इनका जन्म 17 जुलाई 1940 को पश्चिम बंगाल में हुआ था।
अंजली इला मेनन की पेंटिंग का पसंदीदा माध्यम तैल है। इनकी चित्रों की नारी आकृतियां उनके स्वप्नों के प्रतीकों में बदल जाती हैं।
उनके द्वारा बनाये गए चित्र दुनिभर के महत्वपूर्ण संग्रहालयों में रखे हुए हैं।
यह भी पढ़े👉 के के हैब्बर: इन्हें "आधुनिक कला तथा लोक कला के बीच सेतु (पुल)" माना गया है।
2006 में कैलिफ़ोर्निया के ‘एशियन आर्ट म्यूजियम ऑफ़ सन फ्रांसिस्को’ ने उनकी एक महत्वपूर्ण रचना ‘यात्रा’ का अधिग्रहण किया।
इनकी कला पर एम.एफ.हुसैन का भी प्रभाव झलकता है। वह कहती हैं, “हुसैन साहब ने मुझे जो सिखाया है, मैं उनका जीवनभर आभारी रहूंगी। 15 साल की उम्र में मैंने ब्रश पकड़ा था और मेरी पहली प्रदर्शनी का आयोजन भी खुद हुसैन साहब ने किया था।
सम्मान:
भारत सरकार द्वारा इन्हें 2000 में "पद्मश्री" सम्मान से सम्मानित भी किया।
दिल्ली सरकार द्वारा 4 जून 2013 को "लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड" का सम्मान मिला। (यह पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर लगाई गई 'द वाल्ड सिटी' शीर्षक उनकी चित्रकृति के अनावरण के अवसर पर प्रदान किया गया।)
2018 में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दृश्य कला के लिए "कालिदास सम्मान" मिला।
कलाकृतियां:
Looking Out of a Window, Acolyte, Magical Twist, The Magician Story,
वर्तमान में:
वर्तमान में अंजली इला मेनन न्यूयॉर्क स्थित AICON गैलरी में अपने एकल शो को लेकर काफी उत्साहित हैं। लेकिन कोरोना महामारी के इस दौर में वह अपनी इस प्रदर्शनी में शामिल नही हो पाएंगी। क्योंकि अमेरिका अभी भारतीय नागरिकों को पर्यटक वीजा जारी नही कर रहा है। लेकिन इन्होंने अपनी कृतियां पहले ही भेज चुकी है।
आपको बता दे AICON आर्ट गैलरी, में अंजलि इला मेनन का शो 19 अगस्त से 18 सितंबर, 2021 तक हैं।
वर्तमान में अभी अंजली इला मेनन दिल्ली में रहती हैं, और कार्य करती हैं।
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