चित्रकार और प्रिंटमेकर जय झरोटिया का निधन ,कला जगत में मायूसी: Tgt Pgt Kala

 


जय झारोटिया का जन्म 9 मई 1945 को नई दिल्ली में हुआ था। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट से फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा किया। वह न केवल एक चित्रकार थे, बल्कि एक प्रिंटमेकर और मूर्तिकार भी थे।

भारतीय कलाकार प्रो.जय झारोटिया, का आज सुबह 27 मार्च 2021 को फरीदाबाद में निधन हो गया। वह 76 वर्ष के थे।

जय झारोटिया का जन्म 9 मई 1945 को नई दिल्ली में हुआ था। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट से फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा किया। वह न केवल एक चित्रकार थे, बल्कि एक प्रिंटमेकर और मूर्तिकार भी थे।

35 साल से अधिक समय तक इन्होंने अपने अल्मा मेटर (alma mater) में पढ़ाया। 

इसके अलावा, वह बाल भवन में बच्चों की परियोजनाओं में भी सक्रिय रूप से शामिल थे। जहां उन्होंने अपने करियर के शुरुआती वर्षों में पढ़ाया था।

दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट से सेवानिवृत्त होने के बाद, झारोटिया लंदन और दिल्ली के बीच रहने लगे। 



इनकी कृतियों का विश्लेषण करना कोई सरल कार्य नही है क्योंकि यह एकदम निजी चित्र भाषा में अभिव्यक्त करते हैं। अपने काम के माध्यम से वह दूसरों को अपनी दिशा में ले जाने में भी सक्षम हैं।

  • TEACHING EXPERIENCE
  • 2005 - Retired as Professor and Head of the Painting Deptt., College of Art, New Delhi.
  • 1971-74 - Worked for the children’s educational projects.
  • 1974 - Joined as Lecturer, College of Art, New Delhi.


सम्मान:

●1998: Senior Fellow in the field of visual arts, Ministry of HRD Govt.  of India 

●1993: National Award, Lalit Kala Academy, New Delhi 

●1987: For Ceramic, AIFACS, New Delhi. 

●1987: Drawing, AIFACS, New Delhi.  

●1985: For Drawing, All India Drawing, Chandigarh.

●1984: For Silk Screen - Printing, Takhman, Rajasthan.  

●1983: For Silk Screen Printing, AIFACS, New Delhi.  

●1981: For Graphics, All India Graphics, Chandigarh.  

●1980: For Lithographs, All India Graphics.

जनवरी 2019 में आर्ट हेरिटेज गैलरी ने अपनी विशिष्ट और महत्वाकांक्षी आर्ट बुक प्रदर्शनी आयोजित की थी . इसमें उन्होंने अपनी आर्ट बुक के लिए ' लुकमान अली ' कविता को विषय बनाया था .

प्रमुख चित्र- लुकमान अली, द वर्ल्ड ऑफ द क्लाउन, द गेम ऑफ लव, इत्यादि।

कुछ पेंटिंग्स -





साभार- फेसबुक वॉल

Post a Comment

और नया पुराने