शैल चित्रों के लिए जाना जाने वाला होशंगाबाद अब नर्मदापुरम के नाम से जाना जाएगा

 


होशंगाबाद शहर (मध्य प्रदेश)  का नाम बदलकर नर्मदापुरम किया जाएगा।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि राज्य के होशंगाबाद शहर का नाम बदलकर नर्मदापुरम रखा जाएगा । 

19 फरवरी 2021 को होशंगाबाद में आयोजित नर्मदा जयंती कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की गयी। 

होशंगाबाद के बारे में :

होशंगाबाद का नाम होशंग शाह के नाम पर रखा गया था , जो मध्य भारत के मालवा सल्तनत के पहले औपचारिक रूप से नियुक्त सुल्तान थे।

होशंगाबाद नगर पंचमढ़ी से 45 मील दूर नर्मदा नदी के तट पर स्थित हैं।

होशंगाबाद से मिले शैलचित्र:

होशंगाबाद नगर से 2.5 मील की दूरी पर "आदमगढ़ पहाड़ी" पर एक दर्जन से अधिक शिलाश्रय मिले हैं जहाँ पर सुंदर चित्रांकन हुआ हैं।

खोज:

होशंगाबाद के चित्रों की खोज 1922 में मनोरंजन घोष ने की थी।

इन चित्रों में जंगली भैंसे , घोड़े, अस्त्रधारी घुड़सवार, जिराफ समूह , चार धनुर्धारी, आदि क्षेपाकंन ( Stencil) पद्धति से निर्मित है। 

नोट- 'जिराफ समूह' का चित्र एग्जाम में भी पूछा जा चुका है।

इन शैलाश्रयों से 4 फिट लम्बेहल्के पीले रंग में एक विशाल हाथी का चित्र भी मिला है।

आदमगढ़ की एक गुफा में एक हाथी पर चढ़े आखेटकों को जंगली भैसों का शिकार करते हुए चित्रित किया गया है। 

प्रमुख शैल चित्र-

●जिराफ समूह 

●महामहिष का चित्र( 8 फिट लंबा)

●विशाल हाथी का चित्र(4 फिट लम्बा)

●छलाँग लगाते हुए बारहसिंगा व कुलाचे भरते हुए हिरनों के चित्र

●गहरी  लाल रेखाओं में एक विचित्र मानवाकृति के नीचे "विशालकाय मयूर" का चित्र।

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