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D. Venkatapathy, eminent artist |
Chennai: प्रख्यात कलाकार श्री डी.वेंकटपति D. Venkatapathy का 5 जुलाई 2022 को चेन्नई में दुखद निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे।
श्री डी.वेंकटपति चोलामंडल आर्टिस्ट विलेज (Cholamandal Artists’ Village) चेन्नई के संस्थापकों में से एक थे।
ललित कला अकादमी नई दिल्ली ने ट्विटर के माध्यम से श्रद्धांजलि देते हुए लिखा -
श्री डी.वेंकटपति प्रख्यात कलाकार और चोलमंडल आर्टिस्ट विलेज, चेन्नई के संस्थापकों में से एक, जिन्होंने मद्रास कला आंदोलन में भी सक्रिय रूप से भाग लिया, उनका 05.07.2022 को चेन्नई में निधन हो गया।
ललित कला अकादेमी परिवार श्री डी.वेंकटपति जी के प्रति अपनी भावभीनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
श्री डी.वेंकटपति प्रख्यात कलाकार और चोलामंडल आर्टिस्ट विलेज, चेन्नई के संस्थापकों में से एक, जिन्होंने मद्रास कला आंदोलन में भी सक्रिय रूप से भाग लिया, उनका 5 जून 2022 को चेन्नई में निधन हो गया। pic.twitter.com/RfHw8lwtxv
— Lalit Kala Akademi (@LalitKalaLKA) July 6, 2022
डी.वेंकटपति की कला यात्रा:
श्री डी.वेंकटपति का जन्म 1935 में वेल्लोर में हुआ था।
डी. वेंकटपति ने अपने करियर की शुरुआत बहुत ही कम उम्र में की थी। इन्होंने एग्मोर आर्ट्स कॉलेज (Egmore Arts College) से स्नातक किया था।
इन्होंने प्रसिद्ध कलाकार के सी एस पन्नीकर के अधीन अध्ययन किया। वह चोलामंडल आर्टिस्ट विलेज में जाने वाले कलाकारों के पहले बैच में से एक थे। उन्होंने राजस्थान के बनस्थली विद्यापीठ में फ्रेस्को पेंटिंग का प्रशिक्षण भी लिया था।
इनकी कला हिंदू पौराणिक कथाओं और लैटिन अमेरिका और अफ्रीका में लोकप्रिय कहानियों को दर्शाती है।
डी.वेंकटपति टोटम स्तंभ (totem poels) से प्रेरित अपने चित्रों के लिए प्रसिद्ध थे।
सम्मान:
डी. वेंकटपति को 1985 में तमिलनाडु राज्य ललित अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
कोलकाता में ललित कला अकादमी द्वारा रजत पदक से भी सम्मानित किया गया था।
टीजीटी पीजीटी कला की तरफ से श्री डी.वेंकटपति जी को भावभीनी श्रद्धांजलि 🙏
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