यूनेस्को की विरासत स्थल, "फूलों की घाटी" (Valley of Flowers”) पर्यटकों के लिए खोल दी गई है। जो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित हैं। यहां फूलों की 500 से अधिक प्रजातियां पाईं जाती हैं, जिनमें एनीमोन, जेरेनियम, प्राइमुलस, ब्लू पोस्पी और ब्लूबेल शामिल हैं। यहां देखने के लिए सबसे खूबसूरत फूल ब्रह्म कमल है, जिसे उत्तराखंड का राज्य फूल भी कहा जाता है।
फूलों की घाटी समुद्रतल से 3962 मीटर ऊंचाई पर यह घाटी 87.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली है। फूलों की घाटी नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व में आती है। यह जगह कुछ रंगीन और अविश्वसनीय फूलों जैसे गेंदा और ऑर्किड से बसी पड़ी है।
चमोली जिले की यह फूलों की घाटी 87.5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली हुई है। यहां पूरे सीजन में 500 से अधिक प्रजाति के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं।
6 नवंबर 1982 को, फूलों की घाटी को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।
फूलों की घाटी ब्रिटिश पर्वतारोही और वनस्पति शास्त्री, फ्रैंक एस स्मिथ की 1931 में की हुई आकस्मिक खोज थी। इसे यूनेस्को ने 2005 में विश्व धरोहर घोषित किया था।
कैसे जाएं फूलों की घाटी
फूलों की घाटी उत्तराखंड के चमोली जिले के पुलना गांव ( गोविंदघाट ) में स्थित है। यहां आने के लिए आप ऋषिकेश, श्रीनगर, टिहरी,रुद्रप्रयाग , कर्ण प्रयाग से गोविंदघाट जाने वाली टैक्सी बुक कर सकते है।
फूलों की घाटी एक जून से अक्तूबर तक पर्यटकों के लिए खुली रहेगी।
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