जाने माने समकालीन कलाकार लक्ष्मण पै का निधन: कला जगत में मायूसी

 


भारतीय समकालीन कलाकार पदम् भूषण प्राप्त लक्ष्मण पै का रविवार देर रात (14 मार्च 2021) को गोवा में निधन हो गया। 

इन्होंने गोवा में डोना पाउला स्थित अपने घर पर अंतिम सांस ली। यह 95 साल के थे।

गोवा के मुख्यमंत्री डॉ प्रमोद सावंत ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया-" प्रसिद्ध गोवा के कलाकार पद्म भूषण श्री लक्ष्मण पै के निधन से गहरा दुख हुआ।  गोवा ने आज एक रत्न खो दिया है।  कला के क्षेत्र में उनके अपार योगदान को हम हमेशा याद रखेंगे।  उनके परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।  शांति

लक्ष्मण पै का कला जीवन, शिक्षा, आर्ट वर्क : 

लक्ष्मण पै का जन्म गोवा में 21 जनवरी 1926 को हुआ था। इन्होंने 1943 से 1947 तक मुम्बई के जे जे स्कूल ऑफ आर्ट से शिक्षा प्राप्त की।

लक्ष्मण पै गोवा कालेज ऑफ आर्ट के (1977 से 1987 तक) प्रिंसिपल भी रह चुके हैं।

लक्ष्मण पै को नव तांत्रिक कलाकार भी कहा जाता हैं।

अवॉर्ड:

भारत सरकार द्वारा लक्ष्मण पै को 1985 में पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया।

2018 में भारत सरकार के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान "पद्मभूषण" सम्मान से भी इनको नवाजा गया।

इसके अलावा ललित कला अकादमी पुरस्कार 3 बार (1961,62 63), उसके बाद गोवा सरकार का राज्य पुरस्कार, फिर नेहरू पुरस्कार(1995), और गोवा का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार प्रदान किया गया।

लक्ष्मण पै ने लगभग सभी माध्यमों , जलरंग, तैल रंग, एक्रेलिक, इंक में काम किया है।

लक्ष्मण पै ने भारतीय शास्त्रीय संगीत के अनेक रूपों को अपने चित्रों में आकार दिया है।

प्रसिद्ध चित्र श्रृंखलाये:

बुध का जीवन

म्यूजिकल मूड्स

कश्मीर पोट्रेटस

कांगड़ा पोट्रेटस

नवरस (imp)

ऋतुओं का उत्सव

कामसुत्र में पुरूष और प्रकृति

स्त्री आकार

चित्र संग्रह:

नेशनल गैलरी ऑफ माडर्न आर्ट नई दिल्ली

म्यूजियम ऑफ आर्ट पेरिस

न्यूयॉर्क पब्लिक लाइब्रेरी

बर्लिन म्यूजियम, इत्यादि जगहों पर इनके चित्र संग्रहित हैं।

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