आज के इस पोस्ट में हम आपको प्रसिद्ध मूर्तिकार देवी प्रसाद रॉय चौधरी के तीन प्रसिद्ध मूर्तिशिल्प के बारे में बताएंगे। बाकी इनके कला जीवनी के ऊपर हमने अलग से पोस्ट तैयार किया हैं जिसका लिंक नीचे मिल जाएगा।
तो आइए इनके द्वारा बनाये गए तीन प्रसिद्ध मूर्तिशिल्प देखते हैं।
1- "श्रम की विजय"
"श्रम की विजय" नामक यह प्रतिमा मरीना बीच,चेन्नई में स्थापित हैं।
यह मूर्तिशिल्प 1959 में गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर स्थापित की गई थी। इसे मूर्तिकार देवी प्रसाद रॉय चौधरी ने बनाया था।
यह प्रतिमा मजदूर वर्ग के परिश्रम और उनके संघर्ष को दिखाती हैं।
2- "शहीद स्मारक"
"शहीद स्मारक" की मूर्ति पटना में स्थापित हैं। और यह मूर्ति अंग्रेजों द्वारा किये गए क्रूर अत्याचारों को बयां करता हैं।
11 अगस्त 1942 को पटना सचिवालय पर शाम के समय तिरंगा फहराने के इरादे से गये क्रांतिकारियों पर जिले के कलेक्टर आर्चर ने गोली चलवा दी। इस कांड में सभी सात क्रांतिकारी शहीद हो गए और कई घायल हो गए। ये सभी क्रांतिकारी विद्यार्थी थे। "शहीद स्मारक" इन्ही सात शहीदों की याद में बनाया गया हैं। शहीद स्मारक पर उन सात युवा शहीदों के नाम उत्कीर्ण हैं। ये नाम इस प्रकार हैं-
उमाकांत प्रसाद सिन्हा (कक्षा 9)
रामानंद सिंह (कक्षा 9)
देवीपदा चौधरी (कक्षा 9)
राम गोविंद सिंह (कक्षा 9)
राजेंद्र सिंह (कक्षा 10)
सतीस प्रसाद
3- स्वतंत्रता स्मारक
"स्वतंत्रता स्मारक'' देवी प्रसाद राय चौधरी का एक और शहीद स्मारक है, जो दिल्ली के सरदार पटेल मार्ग पर स्थित हैं। इसकी स्थापना 1982 में हुई थी यानी देवी प्रसाद राय चौधरी की मृत्यु के बाद।
पटना में स्थापित शहीद स्मारक का ही यह एक बड़ा संस्करण है जिसे बनाने का काम जवाहर लाल नेहरू ने देवी प्रसाद राय चौधरी को सौंपा था। देवी प्रसाद का दावा था कि इतनी मनुष्य आकृतियों वाली यह मूर्तिशिल्प विश्व में अपने ढंग की सबसे बड़ी रचना है। 29 मीटर लंबी सतह पर चार मीटर ऊँची 11 आकृतियों वाला यह संयोजन 'अनेकता में एकता' का प्रतीक है।
- यह भी पढ़े- देवी प्रसाद रॉय चौधरी बायग्राफी, कला जीवनी,
आपको हमारा ये पोस्ट कैसा लगा । इस मेल id पर अपने विचार और सुझाव जरूर बताएं। धन्यवाद।।
कला से जुड़े। हमें फॉलो करें
● टेलीग्राम, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब
एक टिप्पणी भेजें