नवंबर 1978 मे तमिलनाडु से चोरी हुई 13वीं शताब्दी की चोलवंश की श्री राम,लक्ष्मण,हनुमान एवं सीता जी की प्रतिमाओं में से 3 प्रतिमायें भारत वापिस आने के बाद Ministry of Culture, Government of India ने तमिलनाडु पुलिस को सौंपीं।
भारत से चोरी हुई हमारी धरोहरों को वापिस करने का कार्य 1976 से शुरू हुआ था। 2013 तक 13 पुराशेष आये। 2014 से आज 2020 के बीच मा. प्रधानमंत्री Narendra Modi के कालखण्ड मे 40 के साथ ,कुल संख्या 53 हो गई।
केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने ट्वीट के जरिये यह जानकारी दी।
यह मूर्तियां कांसे की बनी हुई हैं। जो 1978 में तमिलनाडु के एक मंदिर से 42 साल पहले चोरी हो गयी थी।
मूर्तियों की लंबाई:
इन मूर्तियों की लम्बाई क्रमशः इस प्रकार हैं।
●भगवान राम की मूर्ति- 90.5 सेंमी।
●माता सीता की मूर्ति- 74.5 सेंमी।
●लक्ष्मण की मूर्ति- 78 सेंमी है।
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