विश्वविद्यालयों में अनुभव के आधार पर प्रोफेसरों की सीधी भर्ती की तैयारी शिक्षा मंत्रालय द्वारा चल रही हैं।
अगर आप किसी भी क्षेत्र में लंबा अनुभव रखते हैं तो आने वाले दिनों में विश्वविद्यालयों व अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रोफेसर बनने का मौका मिल सकता हैं।
इसमें ऐसे विशेषज्ञों को मौका दिया जाएगा जो लंबे अनुभव के साथ ही पढ़ाने में भी रुचि रखते हैं। ऐसे विशेषज्ञों को सीधे प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति दी जाएगी। ऐसे पद को "प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस" नाम दिया गया है।
पहले से स्वीकृत पदों के अतिरिक्त होंगे ये पद:
उच्च शिक्षण संस्थानों में सृजित होने वाले ये पद पहले से स्वीकृत पदों के अतिरिक्त होंगे। साथ ही इनमें किसी तरह का कोई आरक्षण भी नही होगा। इसके लिए सिर्फ अनुभव ही एकमात्र मानक होगा। शिक्षा मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों की माने तो इनमें उन क्षेत्रों पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है, जिनमें किसी डिग्री या डिप्लोमा से ज्यादा अनुभव महत्व रखता हैं।
प्रत्येक उच्च शिक्षण संस्थान में "प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस" के पद पर कितने विशेषज्ञों की नियुक्ति होगी, फिलहाल ये साफ नही है।
लेकिन ऐसे क्षेत्रों को तालाशा जा रहा है , जिसमें ऐसे विशेषज्ञों को नियुक्ति दी जा सकती हैं।
अनुभव के आधार पर विशेषज्ञों को प्रोफेसर के पद पर नियुक्ति देने की पहल नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के बाद शुरू हुई है।
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न्यूज़ साभार: 16 अप्रैल 2022 |
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