इन दिनों एक पोस्ट वायरल हो रहा हैं । इस पोस्ट में यह लिखा है कि नई शिक्षा नीति के तहत 2035 तक सहायता प्राप्त कालेज बंद किये जायेंगे, और उनकी जगह अनेक विषयों की शिक्षा देने वाले संस्थान आ जाएंगे।
किस पत्रिका में छपी हैं ये खबर?
आइए आपको बताते हैं। यह खबर भारत सरकार के सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित "योजना पत्रिका" में छपी हैं।
भारत सरकार के सूचना विभाग द्वारा प्रकाशित इस योजना पत्रिका के माह-फरवरी, 2022 के अंक में संपादकीय कालम में छपी खबर के मुताबिक- सहायता प्राप्त कालेज 2035 तक बंद किये जायेंगे और उनकी जगह अनेक विषयों की शिक्षा देने वाले संस्थान आ जाएंगे।
इस संपादकीय पोस्ट में लिखा हैं कि " विद्यार्थियों शिक्षकों और संस्थानों की क्षमता के निर्माण पर भी बल दिया जा रहा है। संस्थानों में विविध विषय रहेंगे और शिक्षा विज्ञान में भी परिवर्तन लाए जाएंगे जिससे बच्चों को विषय चुनने के अधिक विकल्प प्राप्त होंगे। ऐसी भी उम्मीद है कि सहायता प्राप्त कॉलेज धीरे-धीरे बंद किए जाएंगे और वर्ष 2035 तक उनकी जगह अनेक विषयों की शिक्षा देने वाले संस्थान आ जाएंगे। सभी को शिक्षकों की अहम भूमिका के बारे में पता है नई शिक्षा नीति में सुझाव है कि शिक्षकों को स्वयं में सुधार लाने और अपने अध्यापन कार्य से जुड़ी नई जानकारियां प्राप्त करने के वास्ते निरंतर प्रशिक्षण के अवसर मिलने चाहिए। इसी कारण शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था को भी नई परिस्थितियों और बदलते परिवेश के अनुरूप मजबूत बनाने पर ध्यान दिया जाएगा।
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देखें वायरल संपादकीय पोस्ट 👇 (पढ़ने के लिए इमेज पर टच करें)
(इसी संपादकीय पोस्ट में 2035 तक सहायता प्राप्त कालेज बंद होने की बात की गई है) |
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