पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिका से 157 कलाकृतियां और पुरावशेष घर लाएंगे: 12वीं शताब्दी की नटराज मूर्ति भी शामिल

 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका से 157 बहुमूल्य कलाकृतियां और पुरावशेष भारत ला रहे हैं। नरेन्द्र मोदी अपना अमेरिका दौरा खत्म करके रविवार को स्वदेश लौटेंगे। जब वह लौटेंगे तब वह अपने साथ 157 कलाकृतियां व वस्तुएं लेकर आएंगे।

बयान के मुताबिक अमेरिका द्वारा भारत को सौपी गयी कलाकृतियों में हिन्दू धर्म, बौद्ध धर्म, जैन धर्म, सांस्कृतिक पुरावशेष से संबंधित मूर्तियां हैं। 

आधी कलाकृतियां (71) सांस्कृतिक हैं, जबकि अन्य आधे में हिंदू धर्म (60), बौद्ध (16) और जैन धर्म (9) से संबंधित मूíतयां हैं।

इनमें से अधिकतर मूर्तियां 11वीं से 14वीं शताब्दी के बीच की हैं। यह सभी धातु, पत्थर और टैराकोटा से बनी हैं। 

कांसे की वस्तुओं में लक्ष्मी नारायण, बुद्ध, विष्णु, शिव-पार्वती और 24 जैन तीर्थंकरों की भंगिमाएं शामिल हैं।

इन 157 कलाकृतियों व वस्तुओं में 10वीं शताब्दी की बलुआ पत्थर से तैयार की गई डेढ़ मीटर की नक्काशी से लेकर 12वीं शताब्दी की उत्कृष्ट कांसे की 8.5 सेमी.उची नटराज की मूर्ति शामिल हैं।

कुछ पुरावशेष 2000 ईसा पूर्व के हैं। टेराकोटा का एक फूलदान दूसरी शताब्दी का है। करीब 45 पुरावशेष ईसा पूर्व दौर के हैं।

इन कलाकृतियों में कंकलामूíत, ब्राह्मी ,नंदीकेश, तीन सिर वाले ब्रह्मा, रथ पर आरूढ़ सूर्य, शिव की दक्षिणामूर्ति, नृत्य करते गणेश  खड़े बुद्ध, बोधिसत्व मजूश्री, तारा की मूर्तियां हैं।

दरअसल यह कलाकृतियां चोरी-तस्करी के जरिए  देश से बाहर चली गयी थी। और भारत सरकार ने दुनिया भर से भारत की प्राचीन वस्तुओं और कलाकृतियों को वापस लाने की मुहिम छेड़ रखी है। ये 157 कलाकृतियां उसी मुहिम के तहत वापस लाई जा रही हैं

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