उत्तर प्रदेश सरकार ने "यश भारती" पुरस्कार को बंद करने का फैसला लिया है। इसकी जगह पर प्रदेश सरकार "राज्य संस्कृति पुरस्कार" देगी।
यूपी सरकार का संस्कृति विभाग "राज्य संस्कृति पुरस्कार" को प्रदेश की कला-संस्कृति तक ही सीमित रखना चाहता है। इसी कारण खेल, साहित्य, शिक्षा, विज्ञान आदि क्षेत्रों को इस पुरस्कार से बाहर रखा गया है।
◆चित्रकला/मूर्तिकला/लोककला के क्षेत्र में दिए जाने वाले पुरस्कार:-
●लोक चित्रकला के लिए "कोहबर पुरस्कार" दिया जाएगा।
●लोक/ पारंपरिक/जनजातीय मूर्ति कला (काष्ठ, टेराकोटा, स्टोन) के लिए "मूर्ति देवी" पुरस्कार दिया जाएगा।
●जनजातीय चित्रकला के लिए "प्रकृति" पुरस्कार दिया जाएगा।
यूपी सरकार का संस्कृति विभाग "राज्य संस्कृति पुरस्कार" को प्रदेश की कला-संस्कृति तक ही सीमित रखना चाहता है। इसी कारण खेल, साहित्य, शिक्षा, विज्ञान आदि क्षेत्रों को इस पुरस्कार से बाहर रखा गया है।
◆चित्रकला/मूर्तिकला/लोककला के क्षेत्र में दिए जाने वाले पुरस्कार:-
●लोक चित्रकला के लिए "कोहबर पुरस्कार" दिया जाएगा।
●लोक/ पारंपरिक/जनजातीय मूर्ति कला (काष्ठ, टेराकोटा, स्टोन) के लिए "मूर्ति देवी" पुरस्कार दिया जाएगा।
●जनजातीय चित्रकला के लिए "प्रकृति" पुरस्कार दिया जाएगा।
●आधुनिक चित्रकला के लिए "रणवीर सिंह बिष्ट"पुरस्कार दिया जाएगा।
●आधुनिक मूर्ति कला के लिए "अवतार सिंह पंवार" पुरस्कार दिया जाएगा।
●लोकसंस्कृति/लोककला में शोध के लिए "भानु शंकर मेहता" पुरस्कार दिया जाएगा।
संगीत के क्षेत्र में -
●शास्त्रीय गायन (ठुमरी, दादरा, कजरी) के लिए गिरिजा देवी/बेगम अख्तर पुरस्कार
●शास्त्रीय नृत्य (कथक) के लिए सितारा देवी पुरस्कार
●शास्त्रीय वादन (बांसुरी, तबला, मृदंग, शहनाई) के लिए भारत रत्न बिसमिल्ला खां पुरस्कार
●लोक गायन (अवधी, भोजपुरी, बुंदेली, ब्रज, पश्चिमी) के लिए हीरालाल यादव पुरस्कार
●लोकनृत्य (फरूवाही, धोबिया, गूजरी, राई सैरा, पाईडंडा, दींवारी, देंढिया, मयूर नृत्य और फूलों की होली) के लिए मयूरी पुरस्कार
●गाथा गायन के लिए पं. लल्लू बाजपेई पुरस्कार,
●जनजातीय लोकनृत्य( थारू, गोंड जनजातियों के) के लिए करम पुरस्कार
●नौटंकी में गुलाबबाई पुरस्कार दिए जाएंगे।
-गौरतलब है कि ये प्रस्तावित पुरस्कार हैं। इनके लिए 30 नवम्बर तक आवदेन लिए जाएंगे और 26 जनवरी को इनकी घोषणा की जाएगी।
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