मैक्सिकन आर्टिस्ट फ्रिदा काहलो Frida Kahlo का 1940 का सेल्फ-पोर्ट्रेट गुरुवार (20 नवंबर, 2025) को न्यूयॉर्क के सोथबी आर्ट ऑक्शन में $54.7 मिलियन डॉलर (485 करोड़) में बिका ।
मैक्सिकन कलाकार फ्रिदा काहलो का अतियथार्थवादी स्व-चित्र 54.7 मिलियन डॉलर में बिकने के बाद, नीलामी में बेची गई किसी महिला कलाकार की सबसे मूल्यवान कृति बन गई है। और साथ ही यह पेंटिंग लैटिन अमेरिका कला की अब तक की सबसे महंगी कृति भी बन गई।
"एल सुएनो (ला कामा)" - "द ड्रीम (द बेड)" “El sueño (La cama)” – “The Dream (The Bed)” - ने न्यूयॉर्क के सोथबी में यह खिताब अपने नाम कर लिया, जब इसने दिवंगत अमेरिकी कलाकार जॉर्जिया ओ'कीफ के मौजूदा रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। उनकी " जिमसन वीड/व्हाइट फ्लावर नंबर 1 (Jimson Weed/White Flower No. 1)” ", जो पहले व्हाइट हाउस में लगी थी, 2014 में 44.4 मिलियन डॉलर में बिकी थी।
काहलो ने यह कलाकृति 1940 में बनाई थी, जो इस मैक्सिकन कलाकार के लिए एक उथल-पुथल भरा समय था। यही वह साल था जब उन्होंने एक साल पहले साथी कलाकार डिएगो रिवेरा से तलाक लेने के बाद उनसे दोबारा शादी की थी, और यही वह साल भी था जब उनके पूर्व प्रेमी, रूसी क्रांतिकारी लियोन ट्रॉस्की की हत्या कर दी गई थी।
बता दें कि काहलो के एक अन्य स्व-चित्र "डिएगो वाई यो" (Diego and I) को इससे पहले 2021 में न्यूयॉर्क के सोथबी की नीलामी में 34.9 मिलियन डॉलर में बिकी थी।
फ्रीडा काहलो ने साल 1954 में 47 वर्ष की आयु में दुनिया को अलविदा कह दिया था।

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