नवप्रभाववाद का जनक
2 दिसंबर 1859-29 मार्च 1891 को पेरिस में जन्मे जॉर्ज सोरा ( George Seurat) को "नवप्रभाववाद का जनक " माना जाता हैं।
नवप्रभाववाद का प्रथम चित्र
जॉर्ज सोरा का प्रसिद्ध चित्र " स्नान स्थल" (Bathers at Asnieres) नवप्रभाववाद का प्रथम चित्र माना जाता हैं।
जिस समय प्रभाववादी चित्रकार रेन्वार ने प्रभाववादी शैली से असंतुष्ट होकर अपना विख्यात चित्र " स्नानमग्ना युवतियां " तैयार किया था। जार्ज सोरा ने इसी विषय को लेकर अपना चित्र " स्नान स्थल" तैयार किया।
जॉर्ज सोरा की कला में विज्ञान पर अधिक बल दिया गया है, इसलिए कुछ कला समीक्षकों ने इनके चित्रकला कक्ष को प्रयोगशाला बताया हैं।
बिन्दुवादी चित्रकार जॉर्ज सोरा
जॉर्ज सोरा ने विशुद्ध रंगों का प्रयोग करते हुए बिन्दुवादी या विभाजन शैली में चित्रण प्रारंभ किया था। इस शैली में बनाया गया उसका विख्यात चित्र " A Sunday Afternoon on the Island of La Grande Jatte " हैं ।
जॉर्ज सोरा के कुछ प्रसिद्ध पेंटिंग्स-
1- सर्कस ( The Circus )
2- स्नान स्थल (Bathers at Asnieres)
3-द एफिल टावर (The Eiffel tower)
4- श्रृंगार ( Makeup)
5- मंच नृत्य ( Stage Dancing)
नोट-
●नवप्रभाववाद को बिन्दुवाद या विभाजनवाद भी कहा जाता हैं।
●नवप्रभाववाद का दूसरा महत्वपूर्ण कलाकार पॉल सिन्याक ( Paul Signac) हैं। जहाँ जॉर्ज सोरा ने अपने चित्रों में बिन्दुओ का प्रयोग किया वही पॉल सिन्याक ने मोटी लकीरों का।
📝कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो एग्जाम में पूछे जा सकते हैं।
1- नवप्रभाववाद का जनक कौन हैं?
- जार्ज सोरा
2- नवप्रभाववाद का बिन्दुवादी चित्रकार कौन हैं? - जार्ज सोरा
3- नवप्रभाववाद का प्रथम चित्र कौन सा हैं- स्नान स्थल
4- पॉल सिन्याक किस वाद के कलाकार हैं- नवप्रभाववाद
●आज का पोस्ट आपको कैसा लगा हमें जरूर बताये- हमारा मेल id है- tgtpgtkala@gmail.com
●हमसे जुड़े हमें फॉलो करें-
एक टिप्पणी भेजें